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portada Ek Aisi Bhi Nirbhaya
Formato
Libro Físico
Idioma
Hindi
N° páginas
154
Encuadernación
Tapa Dura
Dimensiones
21.6 x 14.0 x 1.3 cm
Peso
0.33 kg.
ISBN13
9789384343729

Ek Aisi Bhi Nirbhaya

Meena Arora (Autor) · Prabhat Prakashan Pvt Ltd · Tapa Dura

Ek Aisi Bhi Nirbhaya - Arora, Meena

Sin Stock

Reseña del libro "Ek Aisi Bhi Nirbhaya"

यह उपन्यास उन अहेरी पुरुषों पर आधारित है, जिनकी दुर्बल मानसिकता की वजह से कुछ बच्चियाँ समाज में उपेक्षित जीवन या कह सकते हैं कि नारकीय जीवन जीने पर विवश होती हैं। इस उपन्यास की नायिका की किस्मत में ईश्वरीय प्रदत्त दोष है, उसकी सुंदरता और दूसरा सबसे बड़ा दोष गरीब परिवार में जन्म लेना। नायिका के आसपास चलता घटनाओं का कुचक्र सोचने पर मजबूर करता है कि क्या वह अकेली ऐसी लड़की है, जो बार-बार दुष्ट पुरुषों की विकलांग मानसिकता का शिकार हो रही है। उपन्यास पूर्णरूपेण काल्पनिक नहीं है। उपन्यास की सभ्य, सम्मानित और भोली-भाली नायिकाओं से जब लेखिका का परिचय हुआ तो वह उनसे प्रभावित हुए बिना न रह सकी। लेकिन जब उन्होंने अपने बीते हुए कल से लेखिका को अवगत कराया तो वह उनके द्वारा बचपन से झेले गए अनेक कष्टों को सुनकर सन्न रह गई। समाज इन पीडि़तों को उनका खोया कुछ नहीं लौटा सकता, परंतु इस उपन्यास के माध्यम से लेखिका यह संदेश देना चाहती है कि जो घृणित कार्य मानसिक रूप से विकलांग पुरुषों द्वारा किए जाते हैं, उस पापकर्म को भोगनेवाली बच्चियों को किसी प्रकार से समाज में उपेक्षित नजरों से न देखकर उनका सम्मान करना चाहिए। साथ ही दोषी पुरुषों को कठोर स&#

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Todos los libros de nuestro catálogo son Originales.
El libro está escrito en Hindi.
La encuadernación de esta edición es Tapa Dura.

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